एक रनर तभी रनर होता है जब वह दौड़ रहा होता है।
एक सोचने वाला तभी सोचने वाला होता है जब वह सोच रहा होता है।
“मैं सोच रहा हूँ” यह खुद एक विचार है।
जब आप नहीं सोच रहे होते हैं तो आप कौन होते हैं?
जवाब सोचने की कोशिश मत करो।
अपने अंदर जाओ।
जवाब का अनुभव करो; जवाब बनो।
और सवाल ने अपना काम कर दिया है।