क्या आपको भाग्य पर विश्वास है?

क्या आपको भाग्य पर विश्वास है?क्या आपको भाग्य पर विश्वास है?
Answer
admin Staff answered 2 months ago

यह एक पेचीदा सवाल है।

मुझे पता था कि इस सवाल से मैं भानुमती का पिटारा खोल रहा हूँ।

लेकिन यह अच्छा है; सत्य की खोज का यही एकमात्र तरीका है।

भाग्य में “विश्वास” भी एक विश्वास ही है, जो मन की उपज है।

जब तक हम विश्वास की बात करते हैं, यह एक मन का खेल है, और मन ही संसार का संचालक है, और संसार के भीतर ही सीमित है, उससे परे नहीं।

बेशक, कर्म सिद्धांत मौजूद है, लेकिन केवल सांसारिक स्तर पर, और यह एक पूर्ण सिद्धांत नहीं है।

क्यों?

क्योंकि यह “मेरे” और “आपके” कर्मों की चर्चा करता है, और द्वैत एक भ्रांति है। (अहंकार ठीक बीच में है)।

फिर हम कर्म से परे जाते हैं (यदि हम इसके द्वारा सब कुछ नहीं समझा सकते) और इसे भाग्य (या प्रारब्ध) कहते हैं।

ये सब केवल हमारे जीवन को स्वीकार्य बनाने के प्रयास हैं।

लेकिन समग्रता मन की पकड़ से परे है, जिसकी वह एक उपज है।

यह पिकासो की एक पेंटिंग की तरह है जो पिकासो के संपूर्ण मन को समेटने की कोशिश कर रही है; ऐसा कभी नहीं होगा।
तो, हम क्या करें?

संसार और उसकी घटनाओं की व्याख्या करना बंद करें।

मनुष्य इसी में लगा हुआ है।

शब्दों, विचारों, धारणाओं, विश्वासों और अवधारणाओं आदि पर ऊर्जा बर्बाद करना बंद करें।’

ये ईश्वरत्व के मार्ग में बाधाएँ हैं।

अपना समय बचाएँ।

ध्यान करें, मन से परे जाएँ।

जब मन को यह एहसास होता है कि वह अपनी सीमा तक पहुँच गया है, तभी समर्पण होता है।

मन के बजाय, इसमें समय बिताएँ।

जब मन द्वारा सारी व्याख्याएँ बंद हो जाती हैं, तो “अनुभव” होता है (ईश्वरत्व (शुद्ध जागरूकता) का)।

यह अवस्था परम सत्य है, और आपका सत्य है।

जब ऐसा होता है, तो संसार एक अर्थहीन स्वप्न बन जाता है; शब्दों और सिद्धांतों से स्वप्न पर समय कौन बर्बाद करता है?

अपने आप को बचाओ, ईश्वरत्व में स्थित हो जाओ और उसका अमृत पीते रहो।

तभी सब कुछ और हर कोई “अच्छा” हो जाता है और कुछ भी और कोई भी “बुरा” नहीं रह जाता, क्योंकि सब कुछ वही है, और तुम नहीं रहते।

चाहे कैसी भी परिस्थिति हो, गहन मौन में रहो, क्योंकि मौन ही ईश्वरत्व है।

 

अजीब बात है कि हमारा ध्यान हर समय उस “मृत वस्तु” (शरीर) पर रहता है (जो अपने भीतर के जीवन के कारण ही जीवित प्रतीत होती है)।

जिस दिन आप अपने भीतर जीवन देखना शुरू कर देंगे, आपको सबमें जीवन दिखाई देगा।

जीवन को देखो, जीवन जियो, जीवन का सम्मान करो, और आनंद तुम्हारा है।